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दो साल बाद कुनकुरी पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई, सभी आरोपियो को किया गिरफ्तार, हनुमान छाप सिक्का लेने से इंकार करने पर आरोपियो ने महिला को मौत की निंद सुलाया था

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जशपुर । दो साल बाद कुनकुरी पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने मे सफलता हासिल की है। सभी आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल का रास्ता दिखा दिया है। हनुमान छाप सिक्का लेने से इंकार करने पर आरोपियो ने महिला को हमेशा के लिये मौत की निंद सुलाकर घटना स्थल से फरार हो गये थे और महिला से पांच लाख रूपये छीन लिये थे। उल्लेखनीय है कि 09 सितम्बर 2018 को प्रार्थी जनक राम यादव निवासी पण्डरीपानी ने थाना कुनकुरी में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि ग्राम पण्डरीपानी कर्राझरिया जंगल में एक अज्ञात महिला जिसकी उम्र 30-40 वर्ष है, का शव पड़ा हुआ है, जिस पर थाना-कुनकुरी में मर्ग कायम कर जांच कार्यवाही में लिया गया एवं महिला के शव का पी.एम. कराया गया, जिस पर डाॅक्टर ने मृतिका की मौत गला दबाने से होना बताया गया था। जिसके बाद थाना कुनकुरी में अपराध क्रमांक 161/18 धारा 302 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया था। घटना के 03 दिन पश्चात समाचार पत्रो में घटना के बारे में पढ़ कर मृतिका के परिजन पति एवं बच्चे थाना कुनकुरी पहुँचे एवं मृतिका के कपड़े, जेवर, छाता, गमछा आदि देखकर मृतिका की पहचान मोहन्ति बाई पति बौधा राम उम्र 35 वर्ष निवासी घोघरडीह थाना कांसाबेल के रूप में किये । अपराध पंजीबद्ध होने के पश्चात थाना कुनकुरी पुलिस के द्वारा लगातार अज्ञात आरोपियों की पता तलाश की जा रही थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बालाजी राव द्वारा इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने की जिम्मेदारी विशेष तौर से एस.डी.ओ.पी. कुनकुरी मनीष कुंवर तथा थाना प्रभारी कुनकुरी सकलुराम भगत को दी थी, इसी दौरान मुखबीर सूचना एवं सायबर सेल की मदद से संदेही भारत दास पिता मोतिदास उम्र 45 वर्ष निवासी भेसकीमुड़ा थाना लैलूंगा, अशोक दास पिता जीतू दास उम्र 32 वर्ष निवासी करमडीह,थाना कुरडेग(झारखंड), मनोज दास पिता केश्वर दास उम्र 28 वर्ष निवासी करमडीह थाना कुरडेग (झारखण्ड), एवं शौकी दास उर्फ भोन्दो दास पिता शंकर दास उम्र 40 वर्ष निवासी भेसकीमुड़ा थाना-लैलूंगा को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई, तब संदेही भारत दास ने बताया कि मृतिका मोहन्ति बाई हनुमान छाप सिक्का खरीदना चाहती थी और इसी संबंध मे उसकी जान-पहचान भारत दास से हुई थी। भारत दास ने मृतिका को बताया था कि उसकी जान पहचान अशोक दास से है, जो पहले भी कई लोगों को हनुमान छाप सिक्का दिलाया है, तब भारत दास अपने गांव के शौकी दास उर्फ भोन्दो दास के साथ मृतिका को घटना के 03 दिन पहले करमडीह ले गये थे, जहां अशोक दास ने मृतिका को एक हनुमान छाप सिक्का दिखाया था, जहां मृतिका ने उक्त सिक्के को 05 लाख रूपये में ले लूंगी कही थी और दो-तीन दिन पैसों के इंतजाम के लिये समय मांगी और वापस आ गई थी, इसके बाद 07 सितम्बर 2018 को भारत दास और शौकी दास उर्फ भोन्दो दास करमडीह मोटर सायकिल से चले गये थे और 08 सितम्बर 2018 को चारों आरोपीगण दो मोटर सायकिल से कुनकुरी बस स्टैण्ड पहुंचे और मृतिका मोहन्ति बाई को फोन करके कुनकुरी बस स्टैण्ड बुलाये फिर चारों आरोपीगण मृतिका के साथ ग्राम पण्डरीपानी कर्राझरिया जंगल गये, जहां आरोपियों द्वारा मृतिका को हनुमान छाप सिक्का दिखाया गया, मृतिका मोहन्ति बाई ने हनुमान छाप सिक्के का परीक्षण करने के बाद सिक्का लेने से इंकार कर दी जिसके बाद मृतिका के बैग में रखे 05 लाख रूपये पैसे को देखकर आरोपियों की नीयत खराब हो गयी और मृतिका को मारपीट कर उसी के गमछा से मृतिका मोहन्ति बाई का गला घोंट कर हत्या कर दिये थे और पैसे लेकर वहां से भाग गये। आरोपियों द्वारा मृतिका के मोबाइल को रास्ते में ही जंगल तरफ फेंक दिया गया एवं मृतिका के पास से लूटे पैसे आपस में बांट लिया गया। प्रकरण में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जा गया है।

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