सरगुजा (अंबिकापुर) । पति की घर पर तो पत्नी की जंगल में हुई हत्या के मामले को अंबिकापुर पुलिस सुलझा ली है। रंजिषवष मृतिका के पहले पति ने पति पत्नी को मौत के घाट उतार कर फरार हो गया था। पुलिस ने इस दोहरे हत्या कांड की गुत्थी को 24 घंटे के भीतर सुलझाने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपी को अंबिकापुर से जषपुर चलने वाली बस से गिरफ्तार किया है। आरोपी जग्गू उर्फ राकेष निवासी कोरजा थाना लखनपुर पति पत्नी को मौत के घाट उतारने के बाद मृतक के पल्सर बाइक को अपने घर छिपाकर पल-पल अपना लोकेषन बदल रहा था। आरोपी अपने गॉव कोरजा से भागकर अंबिकापुर आया था और अंबिकापुर से जषपुर चलने वाली बस में बैठा था। आपको बता दें आरोपी ने पुलिस को बताया कि मृतिका उर्मिला दो साल पहले तक उसकी पत्नी हुआ करती थी। दो साल पहले मृतिका उर्मिला मणिपुर चौकी अंतर्गत ग्राम ठोर निवासी आसाराम यादव के साथ रह रही थी। रंजिशवस उसने उर्मिला और उसके पति आसाराम को अलग-अलग जगह में मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने आसाराम को उसके घर में खूंटा से वार कर मौत के घाट उतारा वहीं उर्मिला को उदयपुर थाना क्षेत्र के मुटकी जंगल में ले जाकर मौत के घाट उतारा था। आरोपी ने पुलिस के समक्ष जुर्म कबूल करते हुए यह भी बताया की उसने मृतिका को मौत के घाट उतारने से पहले उसके साथ दुष्कर्म भी किया था।
आप को बता दें सरगुजा जिले के मणिपुर चौकी में सोमवार को पति पत्नी की हत्या का मामला दर्ज हुआ था। ग्राम ठोर में रहने वाले आसाराम यादव (30 वर्ष) उसकी पत्नी उर्मिला (23 वर्ष) की सोमवार को हत्या कर दी गई थी। गांव के लोगों ने सोमवार सुबह उसके घर पर उसकी खून से लथपथ लाश देखी और सूचना पुलिस को दी। आसाराम के घर में उसका डेढ साल का बच्चा घायल अवस्था में पडा मिला था। पत्नी घर में नहीं मिली, तलाश जारी थी तभी उदयपुर पुलिस को सूचना मिली कि जंगल में एक युवती की अर्धनग्न लाश मिली है। सूचना पर उदयपुर पुलिस मौके पर पहुंची थी। कंट्रोल रूम में आसपास के थानांतर्गत में खबर गई तो मृतका की पहचान आसाराम की पत्नी के रूप में हुई थी। उर्मिला को मारकर पेड से लटका दिया गया था। उसके चेहरे से भी खून निकल रहा था। बच्चे पर भी किसी हथियार से हमला किया गया था। जिसकी वजह से घायल हो गया था। बच्चे की हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद राजधानी रायपुर रेफर किया गया है।